The best Side of shiv chalisa lyricsl
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
लिङ्गाष्टकम्
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥ जन्म जन्म के पाप नसावे ।
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
जय सन्तोषी मात Shiv chaisa अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
It is actually thought that frequent chanting of Shiva Chalisa with utmost devotion has the ability to remove the many road blocks and troubles from 1’s daily life.